बनाही पर में गोपाल नाम का एक बहुत मेहनती किसान रहता था। उनके तीन बेटे राम, लक्ष्मण और हनुमान थे| तीनों मजबूत और स्वस्थ थे। लेकिन सब आलसी थे।



गोपाल अपने बेटों और अपने खेत के भविष्य के बारे में सोचकर दुखी था।

गोपाल एक दिन अपने सभी पुत्रों को बुलाया और कहा, "राम! लक्ष्मण! और हनुमान! मैंने अपने खेत में एक खजाना छुपाया है। आप खजाना खोजो और आपस में बांटो।"

तीनों बेटे बहुत खुश हुए। वे खेतों में गए और एक छोर से राम को खोजने लगे। लक्ष्मण ने दूसरे छोर से खोजा। और हनुमान ने केंद्र से ऐसा किया। उन्होंने मैदान के एक-एक इंच को खोदा। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।

गोपाल ने अपने पुत्रों से कहा, “प्रिय बालकों! अब तूने खेत को तराश कर कंडीशन किया है, क्यों न हम फ़सल बोएँ!” बेटे फ़सल बोने चले गए।

दिन बीत गए। जल्द ही, फसलें हरी-भरी हो गईं। पुत्र प्रसन्न हुए। पिता ने कहा, "बेटों, यह असली खजाना है जो मैं चाहता था कि आप साझा करें"।


 Moral : मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।